प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य देवव्रत के दो वर्षीय बेटे की मौत। राजा भइया ने जताया गहरा शोक।
प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य देवव्रत जी महाराज के तीन वर्षीय मासूम बेटे की मौत हो गई। जिससे पूरे इलाके में शोक का माहौल है।

प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य देवव्रत के दो वर्षीय बेटे की मौत। राजा भइया ने जताया गहरा शोक।
डा० शक्ति कुमार पाण्डेय
ग्लोबल भारत न्यूज नेटवर्क
कुण्डा, प्रतापगढ़; 26 सितम्बर।
प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य देवव्रत जी महाराज के तीन वर्षीय मासूम बेटे की मौत हो गई। जिससे पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
बताया जा रहा है कि बेटे की तबीयत खराब होने के बाद परिवार के लोग उसे उपचार के लिए कुंडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले आए थे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
लेकिन परिजनों को लगा की मृत्यु नहीं हुई है और वे उसको प्रयागराज ले जा रहे थे, तभी मलाका के पास कार डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में आचार्य देवव्रत जी महाराज की पत्नी, भाई, भाई की पत्नी और ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को उपचार के लिए प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी के स्वास्थ्य में काफी सुधार है और चिंताजनक स्थिति नहीं है।
आचार्य देवव्रत प्रतापगढ़ में हथिगवां थाना क्षेत्र के परसीपुर बटौआ के रहने वाले हैं। उनकी कथा होलागढ़ इलाके में चल रही है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
इस बीच घटना की जानकारी मिलते ही सुबह प्रातःकाल लखनऊ से जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री और कुंडा विधायक कुंवर रघुराज प्रताप सिंह ‘राजा भइया’ ने आचार्य देवव्रत जी महाराज के निज निवास पहुंचकर गहरा शोक व्यक्त किया।
राजा भैया की सनातन धर्म में गहरी आस्था है और स्थानीय धार्मिक क्रियाकलापों और कथा वार्ता में शामिल होते रहते हैं।
उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना की।
इस घटना से आसपास के जनपदों में भी शोक की लहर दौड़ गई है। प्रतापगढ़, कौसाम्बी, जौनपुर समेत आसपास के जनपदों के हजारों लोग परिजनों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। लोगों में घटना को लेकर गहरा दुख और शोक है।